Last updated on December 4th, 2023 at 11:15 am
बीएनवाईएस डिग्री कोर्स क्या है ? इसके सब्जेक्ट , योग्यता और फीस सम्बन्धी जानकारी What is BNYS Degree course ? Information related to its subjects , qualifications and fees
About BNYS :- Bachelor of Naturopathy and Yogic Sciences बैचलर ऑफ़ नैचरोपैथी एंड योगिक साइंस कोर्स, जिसे BNYS के नाम से जाना जाता है। इस कोर्स में प्राकृतिक चिकित्सा के साथ-साथ उपचार की आधुनिक पद्धति का इंटीग्रेटेड अध्ययन शामिल है। आयुर्वेदिक या होम्योपैथिक चिकित्सा में करियर बनाने की इच्छा रखने वाले उम्मीदवार इस कोर्स को चुन सकते हैं।
चिकित्सा इतिहास और सिद्धांत के अलावा, कोर्स में प्राकृतिक चिकित्सा और योग के क्षेत्र में सर्वांगीण शिक्षा प्रदान करने के लिए प्रैक्टिकल सेशन भी शामिल हैं। इस कोर्स की लोकप्रियता के कारण लोगों में योग और प्राकृतिक चिकित्सा के लाभों के बारे में जागरूक होने की संभावना काफी बढ़ गई है।
बीयूएमएस डिग्री कोर्स क्या है ? इसके सब्जेक्ट , योग्यता और फीस सम्बन्धी जानकारी
बीएनवाईएस कोर्स के लिए योग्यता –
BNYS कोर्स के लिए, उम्मीदवार को निम्नलिखित योग्यता को पूरा करना होगा–
- उम्मीदवार को किसी मान्यता प्राप्त बोर्ड से भौतिकी, रसायन विज्ञान और जीव विज्ञान (BiPC विषय) के साथ 12वीं की पढ़ाई पूरी करनी होगी।
- भारत में कई कॉलेजों को BNYS कोर्स के लिए NEET स्कोर की भी आवश्यकता होती है ।
- उम्मीदवार को 12वीं कक्षा में अच्छे अंक प्राप्त करने चाहिए, खासकर जीव विज्ञान में।
- यदि आप विदेश में BNYS डिग्री हासिल करने की योजना बना रहे हैं, तो आपको SOP, LOR के साथ IELTS / TOEFL आदि के स्कोर प्रदान करना होगा।
- वहीं कुछ विश्वविद्यालय NEET और MCAT के स्कोर के आधार पर भी प्रवेश प्रदान करते है।
बीएनवाईएस की प्रवेश परीक्षाएं –
- National Eligibility Entrance Test (NEET)
- Common Entrance Exam for Ayurveda and Homeopathy (CEEAH)
- CG BNSY Entrance Exam
- DSRRAU PAT
- Punjab Ayush Entrance Test
- Combined Pre Ayush Test UP CPAT
बीपीटी डिग्री कोर्स क्या है ? इसके सब्जेक्ट , योग्यता और फीस सम्बन्धी जानकारी
बीएनवाईएस में प्रवेश प्रक्रिया
BNYS course kya hai जानने के साथ ही आपको प्रवेश प्रक्रिया से परिचित होना भी जरूरी है। वैसे तो BNYS प्रवेश दो तरीको से किए जाते हैं। प्रवेश परीक्षा आधारित और मेरिट आधारित। आइए प्रवेश प्रक्रिया के बारे में विस्तार से जानते हैं–
- प्रवेश परीक्षा आधारित प्रवेश– BNYS प्रवेश के लिए, प्रवेश अधिकारी प्रवेश परीक्षा में उनके प्रदर्शन के आधार पर छात्रों का चयन करते हैं। जहां अधिकांश संस्थान में NEET में छात्र के मार्क्स के आधार प्रवेश दिया जाता है, वहीं कुछ ऐसे भी विश्वविद्यालय हैं जो अपनी प्रवेश परीक्षा भी आयोजित करते हैं। प्रवेश परीक्षा के साथ, संस्थान व्यक्तिगत साक्षात्कार भी आयोजित कर सकते हैं। प्रवेश के दौरान दोनों कारकों को ध्यान में रखा जाएगा। व्यक्तिगत साक्षात्कार के दौरान, छात्रों से उनकी सामान्य योग्यता को समझने के लिए प्रश्न पूछे जा सकते हैं। चयनित छात्रों को उनके प्रवेश के बारे में संस्थानों द्वारा सूचित किया जाएगा।
- मेरिट आधारित प्रवेश– हालांकि, कुछ संस्थान 10+2 (या समकक्ष) परीक्षा प्रदर्शन के आधार पर सीधे प्रवेश भी देते हैं। ये संस्थान प्रवेश परीक्षा आयोजित नहीं करते हैं और प्रवेश के लिए छात्र की योग्यता पर विचार करते हैं। ऐसे कॉलेजों में एडमिशन के लिए छात्रों को चाहिए कि वे अत्यंत उच्च अंकों के साथ अपनी 12वीं की परीक्षा उत्तीर्ण करें।
बीएनवाईएस कोर्स का सिलेबस –
Year 1 | Year 2 |
---|---|
Biochemistry | Pathology |
Human anatomy | Microbiology |
Human physiology | Community medicine |
Philosophy of nature cure | Basic pharmacology |
Principle of yoga | Forensic medicine & toxicology |
Hospital management | Philosophy & practice of yoga |
– | Color & magneto therapy |
Year 2 | Year 4 |
Naturopathic & modern diagnosis | Yoga therapy |
Psychology & basic psychiatry | Obstetrics & gynecology |
Acupuncture, acupressure, reflexology, Reiki, & Pranic healing | Hydrotherapy & mud therapy |
Yoga & physical culture | Fasting & diet therapy |
Nutrition & herbology | Clinical naturopathy |
Manipulative therapies | Emergency medicine, minor surgery and first aid |
Research methodology and recent advances | Physical medicine and rehabilitation |
एम आर्क कोर्स क्या है ? इसके सब्जेक्ट , योग्यता और फीस सम्बन्धी जानकारी
बीएनवाईएस में आवेदन प्रक्रिया –
भारत के विश्वविद्यालयों में BNYS कोर्स के लिए आवेदन प्रक्रिया, इस प्रकार है–
- सबसे पहले अपनी चुनी हुई यूनिवर्सिटी की ऑफिशियल वेबसाइट में जाकर रजिस्ट्रेशन करें।
- यूनिवर्सिटी की वेबसाइट में रजिस्ट्रेशन के बाद आपको एक यूजर नेम और पासवर्ड प्राप्त होगा।
- फिर वेबसाइट में साइन इन के बाद अपने चुने हुए कोर्स का चयन करें जिसे आप करना चाहते हैं।
- अब शैक्षिक योग्यता, वर्ग आदि के साथ आवेदन फॉर्म भरें।
- इसके बाद आवेदन फॉर्म जमा करें और आवश्यक आवेदन शुल्क का भुगतान करें।
- यदि एडमिशन, प्रवेश परीक्षा पर आधारित है तो पहले प्रवेश परीक्षा के लिए रजिस्ट्रेशन करें और फिर रिजल्ट के बाद काउंसलिंग की प्रतीक्षा करें। प्रवेश परीक्षा के अंको के आधार पर आपका चयन किया जाएगा और लिस्ट जारी की जाएगी।
बीएनवाईएस कोर्स के लिए टॉप कॉलेज –
नीचे भारत में BNYS कोर्स की पेशकश करने वाले टॉप कॉलेजों की लिस्ट दी गई है –
- CMJ विश्वविद्यालय, शिलांग
- SDM कॉलेज ऑफ नेचुरोपैथी एंड योगिक साइंसेज, कर्नाटक
- डॉ. NTR हेल्थ साइंस विश्वविद्यालय, विजयवाड़ा
- जेएसएस इंस्टीट्यूट ऑफ नेचुरोपैथी एंड योगिक साइंसेज, नीलगिरी
- डॉ सर्वपल्ली राधाकृष्णन राजस्थान आयुर्वेद विश्वविद्यालय, जोधपुर
- एडीएन मेडिकल कॉलेज और पैरामेडिकल साइंसेज, नागपुर
- अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान AIIMS, दिल्ली
- क्रिश्चियन मेडिकल कॉलेज
- कस्तूरबा मेडिकल कॉलेज
- मौलाना आजाद मेडिकल कॉलेज
बी एच एम एस डिग्री कोर्स क्या है ? इसके सब्जेक्ट , योग्यता और फीस सम्बन्धी जानकारी
बीएनवाईएस के बाद क्या करें ?
बीएनवाईएस कोर्स के बाद उच्च शिक्षा प्राप्त करके आप अपने ज्ञान को एक कदम आगे बढ़ा सकते हैं। यहां कुछ मास्टर्स-स्तरीय कार्यक्रमों की सूची दी गई है, जिन्हें BNYS ग्रेजुएट कर सकता है :
- Post Graduate Diploma in Yoga Therapy
- MBA in Hospital Management
- MBA in Healthcare Management
- M.D. in Naturopathy Medicine
- MD in Yoga and Rehabilitation
- MA in Yoga, Journalism and Mass Communication
बीएनवाईएस कोर्स के बाद करियर विकल्प –
योग, भारत में लोगों द्वारा अपनाई जाने वाली स्वास्थ्य गतिविधियों का एक अनिवार्य हिस्सा बन गया है। लोगों के बीच प्राकृतिक चिकित्सा के लोकप्रिय होने के साथ, BNYS कोर्स, छात्रों को ग्रेजुएशन के बाद करियर के व्यापक अवसर प्रदान करता है। रोजगार और सफलता की संभावना इस बात पर निर्भर करती है कि छात्र किस प्रकार के करियर को चुनता है।
आमतौर पर स्वरोजगार करने वाले प्राकृतिक चिकित्सक अपने क्लीनिक और उद्यम खोलकर अधिक कमाते हैं। सरकारी अस्पतालों में कार्यरत BNYS ग्रेजुएट्स की भी अच्छी कमाई होती है। खाड़ी क्षेत्र और मध्य पूर्व जैसे अंतरराष्ट्रीय परिदृश्य में नैचरोपैथी चिकित्सकों की भी मांग है। स्पा, होटल और रिसॉर्ट भी BNYS ग्रेजुएट्स के लिए रोजगार के अवसर है।
- पैरा-क्लिनिकल एक्सपर्ट (Para-Clinical Expert)
- योगा ट्रेनर (Yoga Trainer)
- आयुर्वेद सलाहकार (Ayurveda Consultant)
- प्राकृतिक चिकित्सक (Naturopath)
- आयुष प्रैक्टिशनर (Ayush Practitioner)
- रिसर्चर (Researcher)
- आयुष प्रोफेसर (Ayush Professor)
- पोषण और आहार विशेषज्ञ (Nutrition and Dietitian)
बीएएमएस डिग्री कोर्स क्या है ? इसके सब्जेक्ट , योग्यता और फीस सम्बन्धी जानकारी
बीएनवाईएस के बाद सैलरी –
BNYS कोर्स के बाद, छात्र औसतन 3 लाख से 5 लाख प्रति वर्ष कमा सकते हैं। इसके अलावा वे एक (एंटरप्रेन्यूर) बनकर अपना निजी फिटनेस और योग केंद्र खोल सकते हैं और प्रति वर्ष 7 लाख से अधिक कमा सकते हैं। प्रमुख जॉब प्रोफाइल के साथ Payscale के अनुसार उनका वार्षिक वेतन नीचे दिया गया है –
- पैरा-क्लिनिकल एक्सपर्ट (Para-Clinical Expert) 5-15 लाख
- योगा ट्रेनर (Yoga Trainer) 5-10 लाख
- आयुर्वेद सलाहकार (Ayurveda Consultant) 6-10 लाख
- प्राकृतिक चिकित्सक (Naturopath) 8-15 लाख
- रिसर्चर (Researcher) 5-10 लाख
बीएनवाईएस में लोकप्रिय विशेषज्ञता
BNYS की विभिन्न विशेषज्ञताएँ हैं। ग्रेजुएट होने के बाद, छात्र उच्च अध्ययन का विकल्प चुन सकते हैं या अपनी विशेषज्ञता के आधार पर अपना करियर शुरू कर सकते हैं। BNYS के दौरान छात्रों द्वारा निम्नलिखित विशेषज्ञताएँ प्राप्त की जा सकती हैं:
- न्यूट्रीशन थैरेपी (Nutrition Therapy) :- छात्र व्यक्तिगत पोषण प्रक्रियाओं के माध्यम से कुछ चिकित्सीय स्थितियों के उपचार के बारे में जान सकते हैं। इस विशेषज्ञता के माध्यम से आहार, पोषण और स्वास्थ्य परिणामों के बीच संबंधों के बारे में अध्ययन किया जाता है।
- नेचुरल चाइल्ड बर्थ (Natural Child Birth) :- यह विशेषज्ञता महिलाओं को प्राकृतिक प्रसव में सहायता करने के बारे में ज्ञान प्रदान करती है। इस विशेषज्ञता के माध्यम से जन्म योजना बनाना , पोषण , माँ और बच्चे दोनों के स्वास्थ्य की निगरानी करना सीखा जा सकता है।
- हर्बल/बोटेनिकल मेडिसिन (Herbal/Botanical Medicine) :- यह प्राकृतिक चिकित्सा की एक शाखा है जिसमें रोगों के उपचार में विभिन्न प्रकार के पौधों का औषधीय एजेंट के रूप में उपयोग किया जाता है। इस विशेषज्ञता को पूरा करके छात्र एक प्राकृतिक चिकित्सक के रूप में अपना करियर बना सकता है।
- होम्योपैथिक चिकित्सा (Homeopathic Medicine) :- होम्योपैथी को प्राकृतिक चिकित्सा से थोड़ा अलग माना जा सकता है, इसे विशेषज्ञता के रूप में भी शामिल किया गया है। होम्योपैथिक दवा रोगी के लक्षणों को जानकर और बिना किसी साइड इफेक्ट के असरदार दवा बनाई जाती है।
- एक्यूपंक्चर (Acupuncture) :- प्राकृतिक चिकित्सा के एक भाग के रूप में शामिल, एक्यूपंक्चर शरीर के उन विशेष बिंदुओं का अध्ययन करता है जिन्हें “एक्यूपॉइंट” कहा जाता है, जिन्हें विभिन्न रोगों के उपचार के लिए धातु की सुइयों की मदद से उत्तेजित किया जाता है।
बीएनवाईएस कोर्स की पढ़ाई क्यों करें ?
योग और प्राकृतिक चिकित्सा वर्तमान दुनिया में वैकल्पिक चिकित्सा के तहत सबसे लोकप्रिय विशेषज्ञताओं में से एक के रूप में उभर रहे हैं। BNYS का अध्ययन करके, आप विशेषज्ञता प्राप्त कर सकते हैं और निजी और सार्वजनिक क्षेत्र में आकर्षक नौकरियां पा सकते हैं। अल्टरनेटिव चिकित्सा का अध्ययन करने के इच्छुक लोगों के लिए BNYS कोर्स सबसे अच्छा विकल्प क्यों है, इसके प्रमुख कारण यहां दिए गए हैं।
एम एससी कोर्स क्या होता है ? इसके सब्जेक्ट , योग्यता और फीस सम्बन्धी जानकारी
- वर्तमान समय में समग्र चिकित्सा और योग प्रथाओं का दायरा बढ़ता जा रहा है और भारत उन लोगों के लिए आकर्षण का केंद्र बनता जा रहा है जो योग विज्ञान और प्राकृतिक चिकित्सा के बारे में सीखना चाहते हैं।
- प्राकृतिक चिकित्सा, अपने आप में अध्ययन का एक व्यापक क्षेत्र है और इसमें विभिन्न वैकल्पिक चिकित्सा पद्धतियां और विशेषज्ञताएं शामिल हैं, इस प्रकार BNYS कोर्स का अध्ययन करने के बाद करियर के कई सुनहरे अवसर उपलब्ध हैं।
- BNYS कोर्स पूरा करने के बाद, आप उद्यमिता, योगिक थेरेपी, प्राकृतिक चिकित्सा केंद्र, आयुष, समग्र चिकित्सा, आयुर्वेदिक चिकित्सा आदि में नौकरी के अवसरों को चुन सकते हैं।
यदि आपको यह What is BNYS (Bachelor of Naturopathy and Yogic Sciences) Course ? Information related to its subjects , qualifications and fees in Hindi की जानकारी पसंद आई या कुछ सीखने को मिला , तब कृपया इस पोस्ट को Social Networks जैसे कि Facebook , Twitter और दुसरे Social Media Sites पर Share कीजिये |