Last updated on November 11th, 2023 at 06:17 pm
स्कूल बैग बनाने का बिजनेस कैसे शुरु करे School Bag Project Report, Business Plan Hindi
How to start bag manufacturing Business in india :- 120 करोड़ से अधिक की आबादी वाले भारत जैसे देश में हर क्षेत्र में छात्रों की आबादी बहुत अधिक है। इसके अलावा, माता-पिता में अपने बच्चों को शिक्षित करने के लिए बढ़ती जागरूकता के परिणामस्वरूप ग्रामीण क्षेत्रों और गांवों के भी छात्र आए हैं। जिससे शहरी क्षेत्रों और ग्रामीण क्षेत्रों में सालाना स्कूल बैग की आवश्यकता बढ़ रही है भविष्य में स्कूल बैग बनाने के व्यवसाय के लिए भी इसकी बहुत गुंजाइश और मांग होने का अनुमान है।
पहले स्कूल बैग के लिए केवल विशेष सामग्री थी और इसे मैन्युअल रूप से बनाया जाता था। लेकिन आजकल, सेमी-ऑटोमैटिक हेवी-ड्यूटी सिलाई मशीनों के साथ, बैग बनाना बहुत आसान हो गया है इसने संकेत दिया कि स्कूल बैग एक स्टार्ट-अप के रूप में एक लाभदायक लघु-स्तरीय व्यवसायिक विचार बना रहा है तो कोई भी person यदि अपना बिज़नेस शुरु करना चाहता है तो School Bag making business शुरु कर सकते है |
स्कूल बैग बनाने का बिज़नेस के लिए जरूरी चीजे
School Bag Manufacturing Plant Business Requirements :- इस बिज़नेस को शुरु करने के लिए बहुत सी चीजो को जरुरत पड़ती है लेकिन चीज की जरुरत बिज़नेस के आकार पर निर्भर करती है क्योकि ये बिज़नेस छोटे लेवल से शुरु करते है तो ज्यादा चीजो की जरुरत नही पड़ती है और बिज़नेस बड़े लेवल पर शुरु करते है तो बहुत सी Requirements होती है | School Bag manufacturing Plant project report
- इन्वेस्टमेंट (Investment)
- जमीन (land)
- बिज़नेस प्लान (Business plan)
- बिल्डिंग (Building)
- मशीन (Machine)
- बिजली, पानी की सुविधा (Electricity, water facilities)
- कर्मचारी (Staff)
- कच्चा माल (Raw Material)
- वाहन (Vehicle)
अब निचे सभी के बारे में विस्तार से बतायेंगे की किस चीज कितनी जरुरत पड़ती है |
Chai Sutta Bar Franchise Hindi
स्कूल बैग बनाने का बिज़नेस के लिए इन्वेस्टमेंट
Investments For School Bag Making Business :- इस बिज़नेस के अन्दर निवेश इस Business और जमीन के ऊपर निर्भर करता है क्योकि यदि बड़ा Business शुरु करते है तो ज्यादा इन्वेस्टमेंट (Investment) करनी पड़ती है और छोटा बिज़नेस शुरु करते है (School Bag banane ka business ) तो उसके अन्दर कम इन्वेस्टमेंट (Investment) करनी पड़ती है (School Bag banane ka business )और खुद की जमीन है तो कम पैसो में काम चल सकता है और यदि जमीन किराये पर लेते है या खरीदते है तो उसके अन्दर ज्यादा इन्वेस्टमेंट (Investment)करनी पड़ती है
और इसके अन्दर मशीन भी कई प्रकार की आती है और सभी के रेट भी अलग अलग है इनके ऊपर भी इन्वेस्टमेंट निर्भर करती है इनके बाद इस Business को अच्छे लेवल पर शुरु करने के लिए मशीन खरीदनी पड़ती बिल्डिंग बनानी पड़ती है जिसके अन्दर मशीन लगेगी और स्टॉक रखने के लिए सभी चीज के लिए बिल्डिंग फिर बिजली, पानी की सुविधा और कच्चा माल व् वाहन सभी के लिए अलग अलग इन्वेस्टमेंट(Investment) करनी पड़ती है जैसे ;mn
- Stitching Machine – 3: Rs. 30,000
- Working Tables – 2: Rs. 15,000
- Hand Tools: Rs. 15,000
- Sales Tax, Insurance etc.: Rs. 7,000
- Total: Rs. 77,000.
Raw material (per month)
- Regzine Cloth: Rs. 30,000
- Thread and other consumables: Rs. 2,000
- Total: Rs. 32,000
Staff and labor salaries per month: Rs. 20,800.
Other expenses (per month)
- Rent of Land & Building: Rs. 1,000
- Electricity Charges: Rs. 250
- Advertisement & Travelling: Rs. 1,000
- Transport: Rs. 1,000
- Consumable & stores etc.: Rs. 1,000
- Potage expenses/ telephones: Rs. 250
- Stationery: Rs. 250
- Repairs & Maintenance’s: Rs. 250
- Total: Rs. 5,000.
School bag project report – Working capital (for one month)
- Raw material: Rs. 32,000
- Salaries & Wages: Rs. 20,800
- Other Expenses: Rs. 5,000
- Total: Rs. 57,800.
Total capital investment
- Building & Other Civil Works: NA
- Machinery & Equipment: Rs. 77,000
- Working capital for one month: Rs. 57,800
- Total: Rs. 1,34,800.
Cost of production (per annum)
- Total recurring cost per year: Rs. 6,93,600
- Depreciation on machinery & equipment: Rs. 8,000
- Interest on total investment @ 10%: Rs. 13,000
- Total: Rs. 7,14,600.
Note : – यदि आप सेमी आटोमेटिक प्लांट लगाते है तो थोड़े से बजट के अन्दर आप बिज़नेस शुरु कर सकते है
नमकीन बनाने का बिज़नेस कैसे करे
स्कूल बैग बनाने का बिज़नेस के लिए जमीन
Land For School Bag Making Business Hindi :- इसके अन्दर अच्छी जमीन की जरुरत पड़ती है क्योकि इसके अन्दर प्लांट बनाना पड़ता है उसके बाद गोडाउन बनाना पड़ता है
Total Space :- 300 Square Feet To 500 Square Feet
मेडिकल ऑक्सीजन सिलिंडर प्लांट कैसे लगाये
स्कूल बैग बनाने का बिज़नेस के लिए जरुरी दस्तावेज
अपने उत्पाद के लिए एक आकर्षक ब्रांड नाम की योजना बनाएं और अपनी कंपनी को आरओसी के माध्यम से पंजीकृत कराना और भी महत्वपूर्ण है। कानूनी प्रक्रिया और अनुमोदन आजकल इतना कठिन नहीं है। आप अपने राज्य के विशिष्ट दिशानिर्देशों को verify कर सकते हैं और उसके अनुसार कार्य कर सकते हैं।
- आवश्यक और अनिवार्य जीएसटी नंबर प्राप्त करें
- यूएएम पंजीकरण (udyogaadhaar.gov.in)
- आरओसी के साथ कंपनी पंजीकरण
- व्यापार लाइसेंस
- फैक्टरी लाइसेंस
- औषधि और प्रसाधन सामग्री लाइसेंस
- बीआईएस प्रमाणन
- एमएसएमई पंजीकरण
- दुकान और स्थापना अधिनियम की अनुमति
- अनापत्ति प्रमाण पत्र
- दुकान अधिनियम लाइसेंस
स्कूल बैग बनाने का बिज़नेस शुरू करने के लिए आवश्यक मशीनरी और उपकरण
स्कूल बैग उत्पादन के लिए मुख्य रूप से एक औद्योगिक सिलाई मशीन और टेप ब्रेडिंग मशीन की आवश्यकता होती है। अन्य मशीनरी काम कर रहे टेबल, हथौड़े, कैंची आदि हैं।
- industrial sewing machine, Semi-automatic, single needle.
- Hand tools for button/revert fixing
- Cutting tables
- Screen printing and label printing machine
- Heavy-duty craftsmen sewing machine
- Tape braiding machine
- Cutting tools like knife cutter, angle scales, Aluminium sheets, Cutting strips, pattern sheets, etc.
स्कूल बैग बनाने का बिज़नेस शुरू करने के लिए आवश्यक कच्चा माल
लोगों की बदलती जरूरतों को पूरा करने के लिए, विभिन्न प्रकार के कपड़े जैसे पॉलीथीन, नायलॉन या कैनवास का उपयोग विभिन्न डिजाइनों के स्कूल बैग बनाने के लिए किया जाता है। यार्न और अन्य सामग्री जैसे चेन, हिरन लेस, स्टिकर, आई लेस, रिबन और बटन भी आवश्यक हैं। कुछ सामग्री नीचे सूचीबद्ध हैं।
- Nylon or canvas fabric
- Buckles
- Nylon Viscose tape
- Locks
- Sewing thread
- Vellcrow
- Slide Fasteners
- Foundation Material
स्कूल बैग बनाने का बिज़नेस शुरु करने के लिए प्रोसेस
यदि School Bag के बिज़नेस घर से शुरु करते है तो इसके अन्दर ज्यादा प्रोसेस नही करनी पड़ती है इसमें छोटे लेवल से Business शुरु कर सकते है लेकिन यदि बड़े लेवल पर बिज़नेस करते है तो इसके अन्दर एक प्रोसेस के हिसाब से शुरु करना पड़ता है जैसे इसके लिए बहुत सी गतिविधिया करनी पड़ती है जैसे area analysis, land selection, project plan, registration, financial Arrangement आदि तो सभी सभी काम एक प्रोसेस के अनुसार करने पड़ते है | School Bag Business Hindi
Area Analysis (क्षेत्र विश्लेषण) :- कोई भी बिज़नेस शुरु करना हो तो सबसे पहले एरिया का Analysis करना जरुरी है Area Analysis के अन्दर उस एरिया के अन्दर रिसर्च की जाती है जंहा Business करने की सोच रहे है वंहा सब कुछ पता करना पड़ता है जैसे वंहा पहले से कितने Plant है वह किस प्रकार का प्रोडक्ट बना रहे है उनके प्रोडक्ट का price कितना है क्या आप उस से कम price कर सकते है और कस्टमर की क्या डिमांड है सब कुछ पता करे |
Land Selection (जगह का चयन) :- Area Analysis (क्षेत्र विश्लेषण) करने के बाद लोकेशन सेक्लेक्ट करनी पड़ती है और ध्यान रखे उस लोकेशन पर अच्छी रोड़ की सुविधा और पानी की सुविधा और बिजली सुविधा सभी चीजे होनी चाहिए School Bag business opportunity
School Bag Ka Business Kaise Shuru Kare
Project Plan (बिज़नेस प्लान):- जब लोकेशन सेलेक्ट की जाये उसके बाद अपना Business प्लान ready करे और इस प्लान के अन्दर वह सभी चीजे डाले जो Business के अन्दर करनी होती है जैसे कितनी इन्वेस्टमेंट करनी पड़ेगी कौन कौन सी मशीन लेके आनी पड़ेगी कौन कौन प्रोडक्ट बनायेंगे ऐसे सभी चीजे बिज़नेस प्लान के अन्दर ऐड होना चाहिए |
Financial Arrangement (वित्तीय व्यवस्था) :- जब Business प्लान ready हो जाये उसके बाद Financial Arrangementकरनी पड़ती है क्योकि इन्वेस्टमेंट के बिना कुछ नही किया जा सकता है |
License & Registration:- जब इन्वेस्टमेंट हो जाये तो उसके बाद लाइसेंस के लिए अप्लाई करे क्योकि School Bag को एक ब्रांड के नाम से बेचनी है तो इसके लिए लाइसेंस हिना चाहिए |
Machinery Purchasing:- जब Business के लिए लाइसेंस मिल जाये उसके बाद Business के लिए मशीन खरीदे
Electricity Fitting and Machinery Installation :- मशीनरी लेने के बाद उनके लिए Electricity Fitting करे और फिर मशीन लगाये |
Worker Hire :- सभी चीजे करने के बाद अपने Business के हिसाब से वर्कर लेके आये .
उसके बाद अपना Business शुरु कर सकते है |
स्कूल बैग बनाने की प्रोसेस
शुरुआत में, बैग के कपड़े को तीन भागों में ठीक से काटा जाता है यानी टॉप फ्लैप, फ्रंट, बैक और गसेट। छोटी वस्तुओं को समायोजित करने के लिए सामने के खंड को पैच पॉकेट के साथ जोड़ा जाता है, उसके बाद, सभी टुकड़ों को पॉकेट, शीर्ष किनारों और किनारों पर लगभग 10 मिमी चौड़ी पाइपिंग रखते हुए एक मशीन से सिल दिया जाता है। बैग में दो बकल और स्ट्रैप दिए गए हैं। स्टिकर, हिरन लेस चेन आदि को जोड़ने के बाद इसे बड़े करीने से पूरा किया जाता है।
Profit in School Bag Making Business
- Annual Gross Profit: Rs. 1,85,400
- Percentage of Profit on Sales: 20.60%.
Break Even Point
- Annual Fixed Cost: Rs. 3,09,600
- Annual Sales: Rs. 11,40,000
- Annual Variable Cost: Rs. 3,84,000
- BEP = Annual fixed cost x 100 / Annual sales – Annual variable costs
- = Rs. 3,09,600 x 100 / Rs. 11,40,000 = Rs. 3,84,000 = 60%.
यदि आपको यह School Bag Making Business Hindi की जानकारी पसंद आई या कुछ सीखने को मिला तब कृपया इस पोस्ट को Social Networks जैसे कि Facebook, Twitter और दुसरे Social media sites share कीजिये |